दुर्ग जिले में एक साल का बच्चा खेलते-खेलते कुएं में गिर गया। जिससे डूबने से उसकी मौत हो गई। जब परिजनों को वो कहीं नहीं मिला और चप्पल कुएं में तैरती मिली, तो डूबने से जानकारी हुई। कुएं में कूदकर बच्चे का शव बाहर निकाला गया। घटना नंदिनी थाना क्षेत्र के गिरोला गांव की है।
बच्चे के चाचा छठी लाल पाड़े ने बताया कि उसके बड़े भाई संजीत और भाभी शोभिता के तीन बेटे हैं। तीनों बच्चे रविवार सुबह घर के पास खेल रहे थे। वहां पर एक कुंआ है। अचानक एक वर्षीय बेटा प्रीतम कहीं दिखाई नहीं दिया।
कुएं में उतरकर निकाला बच्चे का शव
उसके भाइयों से पूछा तो वो भी कुछ जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद परिजन खोजते खोजते कुएं के पास पहुंचे, तो प्रीतम का चप्पल तैरता मिला। परिजन कुएं में उतरे और बच्चे की तलाश की, तो वहां से उसका शव निकला। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
बच्चे के शव को पोस्ट मार्टम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला लाया गया। बच्चे की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
कुएं का कवर लगाना भूल गए थे परिजन
छठी लाल ने बताया कि घर के कुएं को वो लोग लोहे की जाली से ढक कर रखे हुए थे। उसी दौरान पानी भरने के लिए जाली का ढक्कन खोला था, लेकिन उसे ढकना भूल गए। इसी लापरवाही के चलते प्रीतम उस जाली के पास पहुंचा और फिसलकर नीचे गिरकर डूब गया।
ईंट बनाने का काम करता है परिवार
उसने बताया कि उसका भाई और पूरा परिवार ईंट बनाने का काम करता है। घर के पास ही भट्ठा लगाते हैं। घर में पुराना कुंआ है। उसी से वो लोग ईंट बनाने के लिए पानी भी लेते हैं। फिलहाल पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।