भाजपा पार्षद और एनआरआई (नॉन-रेज़िडेंट इंडियन) के विरुद्ध दर्ज एफआईआर न्यायालय के अनुमति के बगैर रद्द नहीं हो सकता _ एक्सपर्ट
ज्ञात हो आदमी मंदिर वार्ड में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में लंबे समय से रंजिश चल रहा है। जिसमें एक पक्ष से जुगार सिंह एनआरआई (नॉन-रेज़िडेंट इंडियन) भारतीय नागरिक है। जैसा बताया गया। जिसके बाद मामला और भी पेचीदा हो गया अगर मामले में समझौता नहीं किया तो न्यायलय की अनुमति ले कर ही विदेश यात्रा कर सकते हैं।
जिसकी शिकायत कलेक्टर जनदर्शन, नगर पालिका निगम दुर्ग, एवं जिला न्यायालय में लंबित है।
*एक्सपर्ट की क्या राय* जाने
एनआरआई भारतीय नागरिक
अगर उन्होंने आपराधिक मामला शुरू किया है तो आप विदेश वापस जाने की अनुमति के लिए अदालत में आवेदन कर सकते हैं और लंबी तारीखों के लिए अनुरोध कर सकते ..
क्या पुलिस एफआईआर वापस ले सकती है?
बेहतर तरीके से समझाएं तो एक बार चार्जशीट दाखिल होने के बाद पुलिस स्टेशन को एफआईआर वापस लेने की अनुमति नहीं होती। शिकायतकर्ता को एक हलफनामा, वापसी याचिका और वापसी के लिए अदालत में अनुरोध प्रस्तुत करना होता है।
एफआईआर कब रद्द की जा सकती है ?
निर्विवाद आरोप और साक्ष्य का अभाव : यदि एफआईआर या शिकायत में लगाए गए आरोप, सहायक साक्ष्यों के साथ, किसी अपराध के होने की पुष्टि नहीं करते हैं या आरोपी के खिलाफ मामला नहीं बनाते हैं, तो अदालत एफआईआर को रद्द कर सकती है।
पुलिस नही कर सकती नाम विलोपित एफ आई आर से
भाजपा पार्षद के खिलाफ अपराध दर्ज होने का मामला सामने आते ही राजनीति से जुड़े लोगों ने पुलिस पर जांच कर भाजपा पार्षद नरेश तेजवानी का नाम विलोपित का दबाव बनाने लगे ।
सामाजिक व्यवस्था के अनुसार दोनों पक्ष से समाज के लोगो ने विवादित भूमि का सीमांकन करा विवाद का हल किए जाने पर दोनों पक्ष की सहमति बनाई जिसके बाद मोहन नगर पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर मुचलके पर छोड़ा।
भाजपा पार्षद नरेश तेजवानी सहित चार लोगों पर आपराधिक मामला दर्ज
दुर्ग। आमदी मंदिर वार्ड क्रमांक-24 के भाजपा पार्षद नरेश तेजवानी को वार्ड के दो पक्षों के बीच चले आ रहे भूमि संबंधी विवाद को सुलझाने विवादित स्थल पर पहुंचना भारी महंगा पड़ा। इस मामले के एक पक्ष जगप्रीत सिंह की शिकायत पर मोहन नगर पुलिस द्वारा पार्षद नरेश तेजवानी समेत 4 लोगों के खिलाफ गाली गलौच व मारपीट करने की धाराओं के तहत जुर्म दर्ज कर दिया गया है। पार्षद तेजवानी के खिलाफ मामला दर्ज होने से उनके समर्थन में नगर निगम दुर्ग भाजपा नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा, पार्षद देवनारायण चंद्राकर,ओमप्रकाश सेन,कमल देवांगन,अजित वैध,देवनरायण चन्द्राकरश्रीमती ,मीना सिंग, शिवेन्द्र परिहार, श्याम शर्मा, पार्षद के भाजपा कार्यकर्ता ने मोहन नगर पुलिस थाना पहुंचकर मामले के फर्जी होने का आरोप लगाया है। इस दौरान उन्होने थाना प्रभारी से मुलाकात की और पार्षद के खिलाफ शिकायत की बगैर जांच किए आनन-फानन में कार्यवाही करने पर भी अपनी कड़ी आपत्ति जताई है।
शिकायतकर्ता कादंबरी नगर निवासी जगप्रीत सिंह ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि आमदी मंदिर वार्ड में गोल्डी पेंट्स एड हार्डवेयर के नाम से उसकी दुकान है। दुकान के पीछे उनकी जमीन है, जिसमें जुझार सिंह और उसकी पत्नी मिलकर कब्जा कर मकान निर्माण कार्य किया जा रहा है ।
जमीन का मामला कोर्ट में लंबित है। करीबन 05.15 बजे मैं अपने बच्चे ईश्मित सिंह के साथ दुकान के पास पहुंचा, वहां पर जुझार सिंह, लक्की दुलाई, नरेश तेजवानी, अन्नू जोहाल खड़े थे, जिन्हें नमस्कार कर मैं उन्हें बैठक में कहा बैठना है कहा इस पर वे मुझसे गाली गलौच, जान से मारने की धमकी देकर मारपीट की। मारपीट से मुझे चोंटे आई है।
जिस पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाया गया ।