धोखाधड़ी के आरोपी की तलाश में दुर्ग पहुंची बेंगलुरु पुलिस
। दुर्ग। बेंगलुरु में लाखों रुपए के साइबर फ्रॉड करने के बाद फरार हुए आरोपी की तलाश में बेंगलुरु पुलिस की टीम दुर्ग आई है। जानकारी के मुताबिक फरार आरोपी कृष्णा जुमनानी पिता गुरमुख जुमनानी मोहन नगर थाना क्षेत्र का निवासी है। 1,40,000 रुपए की बेंगलुरु में हुए साइबर फ्रॉड में शामिल उक्त आरोपी को पकड़ने टीम आई हुई थी। बताया जाता है कि कृष्णा का पिता गुटके का बड़ा कारोबारी है। पुलिस ने आरोपी के पिता को थाने में बैठाकर लगातार उनसे पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि आरोपी का घर में ही मोबाइल का लोकेशन बता रहा था।
कर्नाटक पुलिस मोहन नगर थाना की पुलिस से सहायता लेकर घर पर पहुंची तो आरोपी घर से भाग निकला था। पुलिस फरार आरोपी के मोबाइल को भी ट्रेस कर उसका पता लगाने का प्रयास कर रही है। नगर पुलिस अधीक्षक चिराग जैन भिला ने बताया कि आरोपी मोबाइल के जरिए साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम दिया है, उसी की जांच के लिए बेंगलुरु कर्नाटक से पुलिस की टीम दुर्ग आई हुई है।
आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट 66 (सी), 66 (डी), 318 (4) के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस की टीम ने फरार आरोपी के पिता को थाने में घंटी पूछताछ के लिए बैठा कर रखा। इसको लेकर शहर के सिंधी समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया।
शनिवार देर शाम को समाज के लोग मोहन नगर थाना में पहुंचकर आरोपी के पिता गुरमुख जुमनानी को छोड़ने के लिए पुलिस अधिकारियों से चर्चा किये। जल्द ही छोड़ देने का आश्वासन मिलने के बाद लोग शांत हुए।
शनिवार देर रात तक दुर्ग के नामचीन लोगों आरोपी के पिता गुटका व्यापारी को छुड़ाने मोहन नगर थाने में पहुंचने लगे जिनमें से अशोक राठी,पवन बड़जात्या, काशी नाथ शर्मा, पार्षद नरेश तेजवानी अन्य लोगों शामिल थे