दुर्ग। भारतीय ग्रैंड मास्टर डी गुकेश ने इतिहास रचते हुए सबसे कम उम्र के शतरंज के विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है । सिंगापुर में आयोजित वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में उन्होंने वर्ल्ड चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को 14 वें और अंतिम बाजी में हराकर विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया । जिला शतरंज संघ दुर्ग के अध्यक्ष ईश्वर सिंह राजपूत सचिव तुलसी सोनी एवं जिला शतरंज संघ दुर्ग के सदस्यों ने डी गुकेश के विश्व चैंपियन बनने पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे भारत में शतरंज के प्रति लोगों का रुझान बढ़ेगा । इससे पहले भारत के ग्रैंड मास्टर विश्वनाथ आनंद भी पांच बार के विश्व चैंपियन रहे हैं। इसी साल 2024 में भारतीय शतरंज टीम ने हंगरी के बुडापेस्ट में आयोजित 45 वें चेस ओलंपियाड में गोल्ड मेडल हासिल कर इतिहास रचा था।
जिला शतरंज संघ दुर्ग के संरक्षक राजेश राजा,डॉ राहुल गुलाटी,मानसी गुलाटी,अशोक राठी, प्रहलाद रुंगटा, उपाध्यक्ष दिनेश जैन, ललित वर्मा, मोरध्वज चंद्राकर, दिनेश नलोंडे, एस के भगत, सहसचिव संजय खंडेलवाल,हरीश सोनी ,अनिल शर्मा,संजय सिंह,धनंजय सिंह, जयंता दास,जवाहर सिंह राजपूत सहित शतरंज खिलाड़ी एवं प्रेमी गुलाब चौहान,अजय झग्गर साहू,वीरेंद्र जैन,सुनीलसिंह ठाकुर, बी एल कश्यप,प्रेम खंडेलवाल,ज्ञानचंद जैन,सोनी जी,सुभाष बक्शी,रवि ठाकुर, शशिकांत कसार, आर्य सिंह, योगेश सोनी,भरत ताम्रकार,पवन सिंह,गुड्डा सिंह,नरेंद्र ठाकुर,निशि भाई ने डी गुकेश के विश्व चैंपियन बनने खुशियां मनाई गई ।