दुर्ग, कवर्धा सहित छग में बांग्लादेशी घुसपैठियों की भरमार, नाम और पहचान बदलकर कर रहे निवास
गृहमंत्री विजय शर्मा के बयान के बाद एक्शन में पुलिस
दुर्ग पुलिस को आज मिले करीब एक दर्जन संदिग्ध लोगों जांच जारी
Durg /मिलाई / कवर्धा
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे लगातार हमले के बाद छत्तीसगढ़ शासन भी एक्शन में है। बांग्लादेशियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। पिछले दिनों गृहमंत्री विजय शर्मा ने दुर्ग प्रवास के दौरान स्पष्ट कहा था कि अनाधिकृत रूप से छत्तीसगढ़ में आकर बसने वाले बांग्लादेशियों को खदेड़ा जाएगा। उन्हें पकड़कर उनके देश भेजा जाएगा।
इसके बाद दुर्ग, कवर्धा सहित अन्य जिलों की पुलिस सक्रिय हो गई है। दुर्ग और कवर्धा जिले में पिछले दो दिनों में 700 से ज्यादा लोगों की पहचान की गई है, जिन पर प्रतिबंधात्मक धारा 128 के तहत कार्रवाई की गई है। इन आरोपियों के पास आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र नहीं है। वे बिना पुलिस थाना में सूचना दिए अलग-अलग जगहों पर निवास कर रहे थे। उन सभी संदिग्धों के बारे में पतासाजी की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि ये सभी बांग्लादेश से आकर यहां गुपचुप तरीके से निवास कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक रायपुर, राजनांदगांव सहित अन्य व्यापारिक और औद्योगिक क्षेत्रों में ऐसे संदिग्धों के बहुताया में होने की आशंका बनी हुई है। बहरहाल पुलिस मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर लगातार गली-मोहल्ले में पहुंचकर ऐसे लोगों की पहचान में जुट गई है।
दुर्ग में भी अभियान, मचा हड़कंप
दुर्ग में भी पिछले दो दिनों से अभियान चलाया जा रहा है। अब तक लगभग 522 बाहरी नागरिकों की पहचान की गई है, जो बिना सूचना दिए जिले में निवास कर रहे थे। फेरी लगाने वाले, अस्थाई डेरा, झुग्गी बस्ती, श्रमिक बस्तियां, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, ट्रांसपोर्ट नगर हथखोज, सेक्टर एरिया एवं अन्य पर जांच की जा रही है। एएसपी सुखनंदन राठौर के नेतृत्व में शनिवार की सुबह सेक्टर 5 व 6 की झुग्गी-बस्तियों में जांच की गई। संदिग्ध पहचान वालों को थाने में हाजिर होने कहा गया है। 21 संदिग्धों से पूछताछ की गई। 200 से ज्यादा घरों की जांच की गई।
दुर्ग, भिलाई, कुम्हारी, कवर्धा में की जांच, दो दिन में 700 से ज्यादा संदिग्धों पर कार्रवाई
कवर्धा में दो दिनों में 39 लोगों की पहचान
कवर्धा पुलिस ने बताया कि दो दिन में 39 लोगों की पहचान की गई है। इसमें कवर्धा से 13 और 2 विल्फी से संदिग्ध मिले हैं। शनिवार को 24 लोगों की पहचान की गई है। पुलिस की टीम होटल, ढाबा संचालकों से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के निर्देशन में कवर्धा और पंडरिया थाना क्षेत्र में अभियान भी चलाया गया। शनिवार को कवर्धा से 10 और पंडरिया क्षेत्र से 14 संदिग्धों की पहचान की गई। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि जिले में संदिग्ध या बिना वैध दस्तावेज के रह रहे व्यक्तियों के लिए कोई स्थान नहीं है। ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उवेलरी और औद्योगिक क्षेत्रों में लाकर बसाने का चल रहा खेल: मीडिया की पड़ताल में खुलासा हुआ है
कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को ज्वेलरी और औद्योगिक क्षेत्रों में लाकर बसाया जा रहा है। यहां तक उनके आधार कार्ड तक बनावा दिए जा रहे हैं। दुर्ग के गयानगर, दीमरपारा, मठपारा, कायस्थ पारा, गवलीपारा जैसे क्षेत्रों में ज्वेलरी के कार्य में ऐसे कई लोग काम कर रहे है. जिन्हें पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम से लाया गया है। आशंका जाहिर की जा रही है कि इसमें कुछ ऐसे भी है, जो रोहिंग्या मुसलमान है। इसी प्रकार कुम्हारी, चरोदा में मी औद्योगिक कार्यों के भी मजदूर के रूप में इन्हें लाया गया है। कम दिहाड़ी के नाम पर प्लेसमेंट और अन्य माध्यमों से इन मजूदरों को लाया जा रहा है।
प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही
पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा। अन्य राज्य से आकर रहने वाले 522 संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस के बिना सूचना के वे यहां निवासरत थे। यह अभियान चलता रहेगा, शनिवार को सेक्टर समेत आसपास में चलाया गया। चौकी और थाना क्षेत्र में भी जारी है।
सुखनंदन राठौर, एसपी दुर्ग