दुर्ग। हटरी बाजार में बीती रात हुई भीषण आगजनी में कई दुकानें जलकर राख हो गईं। इस दुखद घटना पर हटरी बाजार व्यापारी संघ ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। संघ के अध्यक्ष पवन बडजात्या ने बताया कि इस घटना से व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
श्री बडजात्या ने बताया कि हटरी बाजार सहित अन्य बाजारों में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का पहुंचना कठिन होता है। इस समस्या को लेकर पूर्व में भी जिला प्रशासन को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया था कि बंद पड़े कुओं का संधारण कर वहां पंप लगाए जाएं, ताकि आग लगने की स्थिति में तेजी से बचाव कार्य किया जा सके।
–आग से बचाव के लिए व्यापारी अपनाएं सुरक्षा उपाय..
हटरी बाजार व्यापारी संघ ने सभी दुकानदारों से अनुरोध किया है कि वे अपनी दुकानों में आरसीसीबी (रेजिडुअल करंट सर्किट ब्रेकर) और अर्थिंग लीकेज प्रोटेक्शन सर्किट ब्रेकर का उपयोग करें, ताकि शॉर्ट सर्किट जैसी घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटना के मद्देनजर हटरी बाजार व्यापारी संघ की एक आपात बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी व्यापारियों को आग से बचाव और सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गई। बैठक में उपस्थित व्यापारियों को यह सलाह दी गई कि वे नियमित रूप से बिजली के कनेक्शन की जांच करवाएं और सुरक्षित इलेक्ट्रिकल उपकरणों का उपयोग करें।
–व्यापारी संघ की प्रशासन से मांग..
हटरी बाजार व्यापारी संघ ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि- बंद पड़े कुओं को पुनः उपयोगी बनाया जाए और उनमें अग्निशमन पंप लगाए जाएं।
बाजारों में फायर ब्रिगेड के सुचारू संचालन हेतु विशेष व्यवस्था की जाए। व्यापारियों को अग्नि सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि वे आपात स्थिति में स्वयं भी आग बुझाने में सक्षम हों।
इस अवसर पर व्यापारी संघ ने सभी दुकानदारों से सुरक्षा उपायों को अपनाने और प्रशासन से समन्वय स्थापित कर आगजनी से बचाव करने का आह्वान किया। आज की इस बैठक में पार्षद ज्ञानेश्वर ताम्रकार, भगवान दास, नागेश्वर दास, अजीम कुरैशी, असीम कुरैशी, राजेंद्र ताम्रकार, आशीष पाटनी, अशोक पाटनी, जवाहर जैन, रामू दूगड़, सहित बड़ी संख्या में व्यापारियों ने इस बैठक भाग लिया ।