*दुर्ग* (DNH) :- कोविड महामारी के विकट समय मे , जब लाकडाउन के दौरान सभी निजी चिकित्सक और निजी अस्पताल बंद रहे है , उस दौरान स्वास्थ विभाग के फील्ड मे पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ संयोजको ने आम जनमानस का उचित इलाज कर एक अनमोल मिशाल पेश किया है , ग्रामीण स्वास्थ संयोजक सैय्यद असलम ने बताया कि , कोरोना के लिए जागरूकता अभियान, उप स्वास्थ केंद्रों मे गर्भवती माताओ का जांच,एंव प्रसव, नवजात शिशुओं का टीकाकरण , नियमित रूप से किया गया है। इस लाकडाउन मे जब कही कोई निजी अस्पताल, नही खुले थे , तब आम जनमानस को , शासकीय अस्पताल और ग्रामीण क्षेत्रों मे उप स्वास्थ केंद्र मे बुखार, नज़ला,सिरदर्द, बी पी , शुगर ,और सामान्य बिमारियों का इलाज ग्रामीण स्वास्थ संयोजको के कर्मचरियों ने किया है , सैय्यद असलम ने बताया कि , विभिन्न राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों और श्रमिकों को होम आईसोलेशन कराना , निगरानी सुरक्षा केंद्र का टीम वर्क , कोरोना पॉजिटिव केस मिलने पर पूरे इलाके मे सर्वे, घर – घर जाकर बुखार , सर्दी, सांस लेने मे तकलीफ, और यात्रा का विवरण एकत्र कर डाटा तैयार कर सुपरवाइजर के माध्यम से रिपोर्ट देने जैसे महत्वपूर्ण कार्य को समपन्न किया है सैय्यद असलम बताया कि हमने पूरी तन्मयता से अपने पद की भूमिका निभाई है । जब लोग अपनो से डर रहे थे , तब हमारे ग्रामीण स्वास्थ संयोजक ने मरीजों को स्वास्थ सेवा देकर शासन प्रशासन को मजबूती प्रदान की है । स्वास्थ के क्षेत्र मे हर संवर्ग की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका है जिसको हर संवर्ग ने ईमानदारी से पूरा किया है इसलिए छत्तीसगढ़ शासन को इनकी लंबित मांग वेतन विसंगतियों को दूर कर सामुहिक रूप से सभी का सम्मान करना चाहिए ।