गोपाल के इशारे के बगैर नहीं होता कोई काम – भू अभिलेख दुर्ग पर
दुर्ग भिलाई, धनोरा, उतई, मरोदा, बोरसी, करीडीह में हर बिल्डरों की पहली पसंद दस्तावेज पूरे हो न हो काम कराने में माहिर है गोपाल
हर खसरा पर गोपाल ने एजेंट रख दिया है राजस्व विभाग के अधिकारी को मौका निरक्षण करना हो नोटशीट लिखना हो, पटवारी प्रतिवेदन, चालान पटाना हो हर काम के लिए एक ही नाम गोपाल
विभागीय सूत्र ने कहा भू अभिलेख दुर्ग कार्यालय में अभी कुछ माह पूर्व राजस्व निरक्षकों का स्थानांतरण के बाद रिलीव होने जाने के बाद भी कई राजस्व निरक्षकों के द्वारा कार्य किया जा रहा था।
बताया जाता है कि गोपाल के द्वारा मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद राजस्व निरक्षकों के द्वारा प्रस्तुत अभ्यावेदन को मंजूर करा देने का अवशासन दिया गया था परंतु मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ और राजस्व निरक्षकों का अभ्यावेदन नामंजूर हो गया।
हर व्यक्ति एक सपना देखता वह है अपना स्वयं का मकान इसके लिए वह अपने बजट के अनुसार वह अवैध प्लाटिंग(बिना डायवर्सन) वाली जमीन को खरीद लेता है उसे लगता की भू अभिलेख में डायवर्सन करा लेगा। लेकिन जब वह उसका डायवर्सन कार्यालय पहुंचता है तब उसे लगता है बिना दलालों के कोई काम नहीं होगा
जिससे बाद में कोई परेशानी न हो। लेकिन sdm ऑफिस से भूअभिलेख शाखा शाखा तक के नियमों के चलते दलालों का सहारा ले लेता है जो 12 से 15 रुपए एक्यूर फुट के हिसाब से फीस लेकर भू परिवर्तन करा देता है।
अवैध रूप से प्लाटिंग करने वाले लोग भी अपने खरीदार को यह वादा करते हैं कि खरीदी के बाद डायवर्सन कर देंगे इसके लिए वह भू अभिलेख शाखा में पहले से मौजूद अपने एजेंट गोपाल का नंबर दे देते हैं।
भू अभिलेख शाखा के संबंध में अनेकों बाद शिकायतें हुई है कि बिना दलालों के वहां कोई काम नहीं होता परंतु जिला प्रशासन की ओर से आज तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई