बेमेतरा -प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के जीवन स्तर मे सुधार लाने के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। राज्य सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजना लाॅकडाउन के समय बेमेतरा जिले के लघु/सीमांत किसानों को आर्थिक संबल प्रदान किया गया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना की प्रथम किश्त पाकर किसानों मे काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। कृषि अदान सहायता राशि के रुप मे जिले के विकासखण्ड नवागढ़ के ग्राम मारो निवासी श्री प्रमोद कुमार को 8992 रुपये एवं ग्राम झुलना निवासी संतोष कुमार को 8145 रुपये उनके बैंक खाते मे जमा हुई है, उन्होने अपना धान, उपार्जन केन्द्र मारो मे बेचा था। प्रमोद एवं संतोष कुमार ने कहा कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री जो कि स्वयं एक किसान हैं, उन्होने किसानों के पीड़ा को महसूस करते हुए, यह महत्पूर्ण कदम उठाते हुए किसानों के खाते मे राशि अंतरित किए है।
विकासखण्ड साजा के ग्राम मोहगांव निवासी हेमन्त साहू को 10933 रुपये एवं ग्राम मोहतरा निवासी विजय बघेल को 12771 रुपये उनके बैंक खाते मे जमा हुई है। उन्होने अपना धान, उपार्जन केन्द्र मोहगांव मे बेचा था, विकासखण्ड बेमेतरा के ग्राम लोलेसरा निवासी बहलराम वर्मा को 27243 रुपये एवं ग्राम बहेरा निवासी ऋषि वर्मा को 37336 रुपये इनके बैंक खाते मे जमा हुई है। इसी तरह विकासखण्ड बेरला निवासी विजय जैन को 30462 रुपये एवं ग्राम टकसीवा निवासी मुकुन्द परगनिया को 33496 रुपये की कृषि आदान सहायता राशि प्राप्त हुई। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते बीते साल भर से अधिक आर्थिक रुप से परेशान किसानों को इस बात का भरोसा हो गया कि राज्य मे किसानों को अब परेशान होने की जरुरत नही है, क्योकि उनके साथ प्रदेश सरकार सुख-दुख मे उनके साथ खड़ी है।
किसानों के खाते मे आनलाईन राशि जमा किये जाने पर खुशी जताते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण काल मे मुख्यमंत्री ने अपने वादे को पूरी प्रतिबद्धता और पूर्ण जवाबदारी के साथ निभाया है। इन सभी किसानों ने छ.ग. के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि लाॅकडाउन के इस संकट कें घड़ी मे प्रदेश सरकार ने सही समय पर बैंक खाते मे पैसे दिए है। जून-जुलाई मे खेती-बाड़ी का काम शुरु हो जाता है, और किसानों को खेती-बाड़ी के लिए खाद-बीज की जरुरत होती है, ऐसे समय मे पैसे आने से उनको अपने खेतों के लिए उन्नत बीज एवं खाद् खरीदने मे आसानी होगी। ताकि वे उन्नत खेती करके अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके। उन्होने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानो की समस्यांओं को समझा और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत लाॅकडाउन के कठिन दौर से गुजर रहे किसानो के खातों मे धान उपार्जन की राशि अंतरित की गई जिससे उनको अर्थिक रुप से मदद् मिली है।