इंडिया बनाम भारत विवाद पर अपनी राय रखी है, चीन की नीति पर बात की है और मोदी सरकार के राज में देश के विकास पर भी अपने विचार रखे हैं। राहुल ने विदेशी धरती से ही ‘लोकतंत्र खतरे में है’ वाले नेरेटिव को भी रिपीट किया है।
यूरोप दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने तल्ख तेवर दिखा दिए हैं। उनकी तरफ से हर मुद्दे पर खुलकर बात की गई है। उन्होंने इंडिया बनाम भारत विवाद पर अपनी राय रखी है, चीन की नीति पर बात की है और मोदी सरकार के राज में देश के विकास पर भी अपने विचार रखे हैं। राहुल ने विदेशी धरती से ही ‘लोकतंत्र खतरे में है’ वाले नेरेटिव को भी रिपीट किया है।
हिंदुत्व पर राहुल की राय
सबसे पहले हिंदुत्व के मुद्दे पर बात करते हुएराहुल गाँधी ने बीजेपी पर सीधा हमला किया। उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया कि बीजेपी और संघ का हिंदुत्व से कोई नाता नहीं है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि उनकी तरफ से गीता पढ़ी गई है, उपनिषद पढ़े गए हैं। लेकिन बीजेपी जो भी काम करती है, उसमें कुछ भी हिंदुत्व जैसा नहीं है। राहुल ने तल्ख अंदाज में कहा कि बीजेपी का काम बस सत्ता में आना है, उसे हिंदू धर्म की फ्रिक नहीं।
अल्पसंख्यक पर अत्याचार का आरोप
कांग्रेस नेता ने विदेशी धरती से अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे हमलों का भी जिक्र किया। उन्होंने दो टूक कहा कि बीजेपी के राज में निचली जाति, ओबीसी लोगों की अभिव्यक्ति को दबाने की कोशिश की गई है। जोर देकर कहा गया कि वे ऐसे भारत का सपना नहीं देखते हैं। उनके मुताबिक ये सब बदलने के लिए ऐसी कल्पनाशक्ति की जरूरत है, जो वर्तमान में नहीं दिखती है।
इंडिया बनाम भारत डिबेट पर विचार
अब राहुल ने बीजेपी पर एक और मुद्दे को लेकर हमला किया। उन्होंने इस बात पर आपत्ति जाहिर की कि भारत की आत्मा को मारने की कोशिश हो रही है। इंडिया का नाम भारत करने वाले विवाद पर राहुल ने कहा कि संविधान में दोनों नामों को मान्यता दी गई है। इस विवाद को उठाकर भारत की आत्मा को मारा जा रहा है। देश के इतिहास को नकारने की पूरी कोशिश हो रही है। चीन को लेकर भी राहुल ने अपने विचार रखते हुए कहा कि उसे लोकतांत्रिक तरीके से रोकने की जरूरत है।