गुरुग्राम । गुरुग्राम में एक शातिर शख्स को गिरफ्तार किया गया है, जिसने एक जानी-मानी कार फाइनेंशियल कंपनी को धोखे में रखकर 78 लग्जरी कारें खरीद ली थीं और उन्हें बिना कागजात के बेचकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की थी। इन कारों में से अधिकांश बैंगलोर की सड़कों पर दौड़ रही हैं। पुलिस ने इस मामले में आरोपी राघवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि कंपनी के अन्य निदेशक, नारायणप्पा समेत अन्य आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
2022 में, टेक्नो जस्ट कार्स 365 लिमिटेड के निदेशकों राघवेंद्र और नारायणप्पा ने कार्स-24 फाइनेंशियल प्राइवेट लिमिटेड से 78 गाडिय़ां खरीदीं। इन निदेशकों ने कारों की खरीद के दौरान यह वादा किया कि वे कारें बेचने के बाद धीरे-धीरे भुगतान करेंगे। कार्स-24 कंपनी ने इस शर्त पर उन्हें कारें दे दीं, लेकिन राघवेंद्र और नारायणप्पा ने एक भी कार की पेमेंट नहीं की। इसके बाद वे 78 कारें बेचकर फरार हो गए।
कार्स-24 कंपनी ने धोखाधड़ी की शिकायत गुरुग्राम पुलिस में दी, जिसके बाद पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की और राघवेंद्र को बैंगलोर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही बाकी फरार आरोपियों को पकड़कर कंपनी से पैसे की रिकवरी भी करेंगे।
यह धोखाधड़ी कार्स-24 कंपनी को लगभग तीन करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचा चुकी है। पुलिस और कंपनी के एडवोकेट सचिन सैनी और रित अरोड़ा ने मामले में पैरवी की है और आरोपी को सजा दिलवाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है।