एडीआर ने दोनों सदनों के मिलाकर 763 मौजूदा सांसदों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है. रिपोर्ट में सांसदों पर आपराधिक और गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने का दावा किया गया है.
मौजूदा सांसदों में से करीब 40 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. चुनाव संबंधी जानकारी का विश्लेषण करने वाली एनजीओ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और उसकी एसोसिएशन नेशनल इलेक्शव वॉच (NEW) की ताजा रिपोर्ट में यह दावा किया गया है.
मंगलवार (12 सितंबर) को जारी हुई एडीआर की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देशभर में लोकसभा और राज्यसभा की 776 सीटों में से 763 मौजूदा सांसदों के स्व-शपथ पत्रों का विश्लेषण करके जानकारी निकाली गई है.
कितने मौजूदा सांसदों के खिलाफ क्रिमिनल और गंभीर आपराधिक मामले?
रिपोर्ट में बताया गया है कि सांसदों ने पिछले चुनाव और उसके बाद उपचुनाव लड़ने से पहले जो हलफनामे दायर किए थे, उनसे डेटा निकाला गया है. एडीआर की एनालिसिस (विश्लेषण) के मुताबिक, 763 में से 306 (40 फीसदी) मौजूदा सांसदों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. वहीं, 194 (25 फीसदी) मौजूदा सांसदों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि से संबंधित मामले शामिल हैं.
किस पार्टी में आपराधिक मामले वाले सांसद कितने है, इसे लेकर भी रिपोर्ट में दावा किया गया है. इसमें बताया गया है कि 385 में से 139 (36 फीसदी) सांसद बीजेपी के हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज है, वहीं कांग्रेस में 81 सांसदों में 43 (53 फीसदी) सांसदों पर क्रिमिनल केस हैं. तृणमूल कांग्रेस के 36 सांसदों में 14 (39 फीसदी) सांसदों पर ऐसे मामले दर्ज हैं. आरजेडी के 6 सांसदों में से 5 (83 फीसदी) सांसदों, सीपीआई-एम के 8 में से 6 (75%) सांसद, आम आदमी पार्टी के 11 में से 3 (27%) सांसद, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 31 में से 13(42%) सांसद और एनसीपी के 8 में से 3(38%) सांसदों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
किस पार्टी में गंभीर आपराधिक मामले वाले कितने सांसद?
किस पार्टी में गंभीर आपराधिक मामले वाले सांसद कितने हैं, इसे लेकर भी रिपोर्ट में बताया गया है. इसमें बताया गया है कि बीजेपी के 385 में से 98 (25%) सांसदों ने, जबकि कांग्रेस के 81 में से 26 (32%) सांसदों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. वहीं, तृणमूल कांग्रेस के 36 में से 7 (19%), आरजेडी के 6 में से 3 (50%), सीपीआई-एम के 8 में से 2 (25%), आम आदमी पार्टी के 11 में से 1 (9%), वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 31 में से 11 (35%) और एनसीपी के 8 में से 2 (25 फीसदी) सांसदों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
हत्या, हत्या का प्रयास और महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले
रिपोर्ट के मुताबिक, 11 मौजूदा सांसदों ने अपने खिलाफ हत्या (भारतीय दंड संहिता धारा-302) से संबंधित मामले घोषित किए हैं. 32 मौजूदा सांसदों ने हत्या के प्रयास (आईपीसी धारा-307) के संबंधित मामले घोषित किए हैं. 21 मौजूदा सांसदों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले घोषित किए हैं. 21 सांसदों में से 4 सांसदों ने रेप (आईपीसी धारा-376) से संबंधित मामले घोषित किए हैं.