बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और दिग्गज बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी का सोमवार (13 मई) को निधन हो गया. उन्होंने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली. वो कैंसर से पीड़ित थे और उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन से बिहार में शोक की लहर है. पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी का बिहार की राजनीति में बड़ा कद था. वो छात्र राजनीति से सक्रिय राजनीति में आए थे. 72 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली.
अप्रैल महीने में उन्होंने खुद इस बात की जानकारी दी थी कि उन्हें कैंसर हो गया है. तब सुशील मोदी की तस्वीर सामने आई थी जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया था. सुशील मोदी ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा था कि वो पिछले छह महीनों से कैंसर से लड़ रहे हैं. 3 अप्रैल को एक पोस्ट में उन्होंने कहा था, “अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है. लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊँगा. प्रधानमंत्री को सब कुछ बता दिया है. देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित.”
सुशील कुमार मोदी का जन्म 05 जनवरी, 1952 को पटना में हुआ था. उनके पिता का नाम मोती लाल मोदी और माता का नाम रतना देवी था. उनके दो बेटे हैं जिनका नाम उत्कर्ष तथागत और अक्षय अमृतांशु है. 1971 में पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के 5 सदस्यीय कैबिनेट के सदस्य निर्वाचित हुए थे. 1973 से 1977 तक पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के महामंत्री निर्वाचित हुए. लालू प्रसाद यादव इसी छात्र संघ के निर्वाचित अध्यक्ष और रविशंकर प्रसाद संयुक्त सचिव थे.