दुर्ग। राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के नेतृत्व में किसानों ने आज गांधी प्रतिमा के पास दुर्ग में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया किसान स्वामीनाथन आयोग की अनुसंशा के अनुसार सी 2 लागत पर 50% लाभ जोड़कर कृषि उपजों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने और इसकी पालना के लिए कानूनी गारंटी प्रदान करने की मांग कर रहे थे। इसके अलावा किसान अलाभप्रद खेती के कारण कर्ज में डूबे किसानों के कर्ज माफ करने और बीज, खाद दवा सहित कृषि यंत्रों, उपकरणों को जीएसटी से बाहर करने की मांग भी कर रहे थे।
सभी किसानों को आदान राशि प्रदान करने और किसान न्याय योजना की बाकी चौथे किश्त के मुद्दों पर राज्य सरकार के खिलाफ किसान आक्रोशित…
पूर्ववर्ती बघेल सरकार ने खरीफ वर्ष 2022-23 के राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीन किश्तों की राशि किसानों को दिया है किंतु सत्ता बदलने के बाद वर्तमान सरकार ने चौथे किश्त की राशि अब तक किसानों को नहीं दिया है। विष्णुदेव साय सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना को बंद करने का अधिकृत निर्णय नहीं लिया है लेकिन किसानों को आदान राशि प्रदान नहीं किया जा रहा है। साय सरकार ने कृषक उन्नति योजना लागू किया है जिसमें सरकार किसानों का प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान 31 सौ रुपए के भाव से खरीदी कर रही है इस प्रकार सरकार को धान बेचने वाले किसानों को प्रति एकड़ 19257/- आदान राशि प्रदान की गई है। प्रदर्शनकारी किसान बिना भेदभाव के अन्य फसलें लेने वाले सभी किसानों को भी प्रति एकड़ 19257/- आदान राशि प्रदान करने की मांग कर रहे थे।
इसके अलावा किसान घुमंतु पशुओं से फसलों की रक्षा करने के लिए कारगर योजना बनाने और मनरेगा को कृषि कार्य से संबद्ध करने, संस्थाओं की जमीन रेग में लेकर खेती करने वाले किसानों को भी आदान राशि प्रदान करने, केसीसी ऋण पर तीन साल से बकाया ब्याज सब्सिडी की राशि प्रदान करने, रबी उद्यानिकी फसलों की बीमा दावा राशि का प्रभावित किसानों को भुगतान करने, केंद्र सरकार द्वारा घोषित धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में की गई 117/- की वृद्धि का लाभ किसानों को प्रदान करने की मांग भी कर रहे थे।
प्रदर्शन शुरू करने से पहले किसानों ने महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के आज के प्रदर्शन में भगतराम, कुंवर सिंह, गिरीश दिल्लीवार, विष्णु साहू, बाबूलाल साहू, बद्री प्रसाद पारकर, विनोद वर्मा, ईश्वरी साहू, प्रमोद पंवार, विश्राम देवांगन, रविप्रकाश ताम्रकार, नारायण देवांगन, संजय ताम्रकार, संतुलाल पटेल, रघुवर साहू, राजेन्द्र साहू,लेखचंद साहू, ओम प्रकाश यादव, मुरारी साहू, विनोद कुमार, रघुवीर देशमुख, कोमल दास, रामनारायण वर्मा, पुनेश्वर साहू, दीपक यादव, कल्याण सिंह ठाकुर,उत्तम चंद्राकर, झबेंद्र भूषण वैष्णव, आई के वर्मा, राजकुमार गुप्त आदि शामिल थे।
प्रदर्शनकारी किसानों ने कार्यपालक मजिस्ट्रेट ढाल सिंह बिसेन को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम अलग अलग ज्ञापन सौंपा।