रायगढ़ जिले में सरकारी राशन वितरण में बड़ा घोटाला सामने आया है। जहां 13 दुकानों की जांच के बाद 4 दुकानों पर अनियमितताएं पाई गई हैं। जिसके चलते उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में सरकारी राशन वितरण में बड़ा घोटाला सामने आया है। जहां 13 दुकानों की जांच के बाद 4 दुकानों पर अनियमितताएं पाई गई हैं। जिसके चलते उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिला प्रशासन अब इन पर गिरफ्तारी वारंट जारी करने की तैयारी में है।
दरसअल, सितंबर 2022 से किए गए भौतिक सत्यापन के दौरान इन राशन दुकानों में अनियमितताएं पाई गई थी। ज्योति महिला स्व सहायता समूह की दुकान ने 564 किलो चावल की अवैध वसूली की गई थी। जबकि, अनुपा भार्गव महिला स्व सहायता समूह की दुकान ने 98.29 किलो चावल के अलावा नमक और चना भी अवैध रूप से वसूल किया है। इसी प्रकार गायत्री महिला स्व सहायता समूह की दुकान पर 126.96 किलो चावल, 11.64 किलो शक्कर, और अन्य सामग्री की वसूली की गई। इसके अलावा अन्य 9 दुकानों में भी राशन वसूली के मामले सामने आए हैं।
इन दुकानों से गायब मिला राशन
इन दुकानों के खिलाफ एसडीएम कोर्ट में आरआरसी जारी कर दी गई है और वसूली की कार्रवाई चल रही है। जांच के दौरान रायगढ़ नगर निगम, नगर पालिका खरासिया, कादागढ़, पतरापाली, खम्हरिया सहित कई क्षेत्रों की दुकानों में ऑनलाइन स्टॉक और वास्तविक स्टॉक के बीच भारी अंतर पाया गया। जिसमें चावल, शक्कर, नमक और चना गायब था।
खाद्य अधिकारी बोले- जांच में मिली अनियमितताएं
इस मामले में खाद्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि, प्रत्येक वर्ष शासन द्वारा राशन दुकानों का भौतिक सत्यापन किया जाता है। इस बार भी सितंबर 2022 में यह सत्यापन हुआ। जिसके बाद यह अनियमितताएं उजागर हुईं।
एसडीएम बोले- दोषियों से की जाएगी रिकवरी
वहीं एसडीएम प्रवीण तिवारी ने कहा कि, दोषी दुकानों से रिकवरी की जाएगी और प्रशासन मामले में सख्त कदम उठाने में किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगा।