महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन आज गुरुवार (5 दिसंबर) को हो जाएगा। देवेंद्र फडणवीस शाम 5.30 बजे तीसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे। अजित पवार और एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम बनेंगे।
महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज, गुरुवार (5 दिसंबर) का दिन बेहद खास है। मुंबई के आजाद मैदान में शाम 5:30 बजे देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। न्यूज एजेंसी ANI ने शिवसेना सूत्रों के हवाले से बताया है कि एनसीपी नेता अजित पवार और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे कल (शुक्रवार) को उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शिंदे, फडणवीस के बाद महाराष्ट्र में ऐसे दूसरे नेता होंगे, जो मुख्यमंत्री से डिप्टी सीएम का सफर तय करेंगे।
महायुति को मिला ऐतिहासिक बहुमत
महाराष्ट्र विधानसभा के 23 नवंबर को आए नतीजों में महायुति गठबंधन (भाजपा-शिवसेना शिंदे-एनसीपी पवार) को 230 सीटों का प्रचंड बहुमत मिला। भाजपा ने 132, शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके बाद फडणवीस, शिंदे और अजित पवार ने बुधवार (4 दिसंबर) को मिलकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से सरकार बनाने का दावा पेश किया। मुख्यमंत्री बनने से पहले देवेंद्र फडणवीस गुरुवार को मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे। यहां पहुंचकर पूजा की।
मंत्रालयों को लेकर खींचतान
शपथ ग्रहण से पहले मंत्रालयों के बंटवारे पर गहमागहमी रही। भाजपा गृह, राजस्व और उच्च शिक्षा जैसे प्रमुख विभाग अपने पास रखना चाहती है। वहीं शिवसेना को शहरी विकास और सार्वजनिक कार्य मंत्रालय का ऑफर दिया गया है। एनसीपी को वित्त और कृषि मंत्रालय दिए जाने की संभावना है। हालांकि शिंदे गुट गृह मंत्रालय पर अड़ा हुआ है।
समारोह से पहले मुंबई के आजाद मैदान के आसपास देवेंद्र फडणवीस के पोस्टर लगे हैं। फडणवीस समर्थकों ने इन पोस्टरों के जरिए अपने नेता को बधाई दी है। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे। खास बात यह है कि बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा देशभर से 400 साधु-संतों को भी न्योता दिया गया है, जो इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे।
एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान
एकनाथ शिंदे ने कहा कि महायुति को इतना बड़ा बहुमत पहले कभी नहीं मिला था। यह ऐतिहासिक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता महाराष्ट्र के विकास की है, न कि पद की। शिंदे ने कहा, “मुझे क्या मिला, ये मायने नहीं रखता। महाराष्ट्र को क्या मिला, यही अहम है। साथ ही कहा कि मुझे सीएम पद की लालसा नहीं है। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह जो भी फैसला लेंगे, मुझे मंजूर होगा।
अजित पवार ने दिल्ली दौर पर क्या कहा
अजित पवार ने कहा कि वे व्यक्तिगत काम से दिल्ली गए थे और वहां किसी भी राजनीतिक बैठक का हिस्सा नहीं बने। उन्होंने कहा कि नई सरकार का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र के विकास को प्राथमिकता देना होगा। पवार ने कहा, “हम महायुति की सरकार बनाने जा रहे हैं। यह बहुमत महाराष्ट्र को विकास की ओर ले जाएगा।