आप दुर्ग शहर अध्यक्ष संजय सिंह के निष्कासन को प्रादेशिक नेताओं ने बताया गलत
दुर्ग । आम आदमी पार्टी के दुर्ग शहर अध्यक्ष संजय सिंह अपने पद पर बने रहेंगे और पार्टी की मजबूती के लिए पहले की तरह अपने कार्यक्षेत्र में सक्रियता से कार्य करते रहेंगे। यह बड़ा बयान आम आदमी पार्टी के दुर्ग संभाग प्रभारी व प्रदेश संगठन मंत्री संजीत विश्वकर्मा एवं दुर्ग संभाग प्रभारी व प्रदेश उपाध्यक्ष घनश्याम चंद्राकर ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता आयोजित कर दिया है। मालूम हो कि आम आदमी पार्टी के दुर्ग लोकसभा अध्यक्ष डॉ. एसके अग्रवाल द्वारा 5 दिसंबर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न होने का आरोप लगाते हुए आप के दुर्ग शहर अध्यक्ष संजय सिंह को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित करने का आदेश जारी कर दिया गया था। यह आदेश उन्होने पार्टी के केन्द्रीय व प्रादेशिक नेतृत्व को बगैर विश्वास में लिए जारी किया था। फलस्वरुप इसे पार्टी के प्रादेशिक नेतृत्व ने गंभीरता से लेते हुए मामले के पटाक्षेप के लिए दुर्ग संभाग प्रभारी संजीत विश्वकर्मा व घनश्याम चंद्राकर को दायित्व सौंपा गया था। दुर्ग संभाग प्रभारी द्वय द्वारा संजय सिंह के निष्कासन को गलत बताया गया और शुक्रवार को आप के दुर्ग शहर अध्यक्ष संजय सिंह के अपने पद पर यथावत बने रहने के आदेश भी उनके द्वारा जारी कर दिए गए है। बकायदा प्रेसवार्ता आयोजित कर दुर्ग संभाग प्रभारी श्री विश्वकर्मा व श्री चंद्राकर ने कहा है कि दुर्ग लोकसभा अध्यक्ष डॉ. एसके अग्रवाल को पार्टी के किसी भी पदाधिकारी व कार्यकर्ता को निष्कासित करने का अधिकार नहीं है। ऐसी स्थिति में श्री अग्रवाल के आदेश का कोई औचित्य नहीं है। साथ ही दुर्ग संभाग प्रभारी द्वय ने स्पष्ट कहा है कि इस तरह का आदेश जारी करना पार्टी के अनुशासन के खिलाफ है। लिहाजा उन्होने डॉ. एसके अग्रवाल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की अनुशंसा करने की बात कही है। मीडिया से चर्चा के दौरान दुर्ग संभाग प्रभारी द्वय के साथ शहर अध्यक्ष संजय सिंह, महासचिव दिवाकर सिंह ठाकुर, शिशिर झा, अशोक पटवा, शंकर ठाकुर, बलदेव साहू, सुरेश साहू के अलावा अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
आम आदमी पार्टी में उभरे इस विवाद के बीच दुर्ग लोकसभा अध्यक्ष डॉ. एसके अग्रवाल द्वारा अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया गया है। अपने इस्तीफे की सूचना से डॉ. अग्रवाल ने स्वयं मीडिया को अवगत कराया है। दुर्ग जिले में आम आदमी पार्टी को स्थापित करने में डॉ. एसके अग्रवाल का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। उनके इस्तीफे को निष्कासन मामले में उनके आदेश की पार्टी के प्रादेशिक नेताओं द्वारा अनदेखी करने से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल आप के शहर अध्यक्ष संजय सिंह के निष्कासन मामले में पार्टी का प्रादेशिक नेतृत्व संजय सिंह के साथ खड़ा नजर आया। इसकी नाराजगी डॉ. एसके अग्रवाल में होना स्वाभाविक है। जो डॉ. एसके अग्रवाल के पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के रुप में सामने आया है। बहरहाल प्रदेश में नगरीय निकाय व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जल्द होने है। ऐसी स्थिति में दुर्ग जिले में आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच उभरे आपसी टकराव ने पार्टी के केन्द्रीय व प्रादेशिक नेतृत्व को चिंता में डाल दिया है।
डॉ. अग्रवाल ने अपने
इस्तीफे में कई विषयों का किया जिक्र
आम आदमी पार्टी के दुर्ग लोकसभा अध्यक्ष डॉ. एसके अग्रवाल ने अपने पद व पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ दे दिया है। अपने इस्तीफे के संंबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को प्रेषित पत्र में डॉ. एसके अग्रवाल ने कहा है कि मुझे 5 दिसंबर 2024 को दोपहर 3 बजे कारण बताओ नोटिस मिला था और मुझे 3 दिन का समय दिया गया था, लेकिन आज सुबह की गूगल मीटिंग में मेरे जवाब का इंतजार किए बिना घोषित कर दिया कि मैंने अपराध किया है, जबकि सारे घटनाक्रम का विवरण पहले ही आपको 3 दिसंबर को दे दिया था। मैंने पूर्व जिलाध्यक्ष दुर्ग शहर संजय सिंह को जारी नोटिस के समर्थन में सारे दस्तावेज उपलब्ध कराए थे। 22 नवंबर 2024 को दुर्ग संभाग प्रभारी संजीत विश्वकर्मा के साथ टेलीफोन पर हुई चर्चा की रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई थी। जिसे आपने देखा और अपनी मौन सहमति दी। आज तय सीमा 3 दिन का इंतजार किए बिना पार्टी की प्रदेश स्तरीय बैठक में मुझे अपराधी घोषित कर दिया, यह आपकी मानसिक स्थिति को दर्शाता है। अत: मैं अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए और आपकी भावनाओ की कद्र करते हुए तुरंत दुर्ग लोकसभा अध्यक्ष पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ। मैं बाहर रहकर पार्टी के ईमानदार प्रत्याशी को जिताने की पूरी कोशिश करूँगा, लेकिन विशेष मकसद से पार्टी में आए लोगों की पोल खोलता रहूँगा और उनके मकसद को पुरा नही होने दूंगा।