जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के कोकेरनाग इलाके में आतंकियों से एनकाउंटर में आर्मी कर्नल, मेजर और डीएसपी बुधवार (13 सितंबर) को शहीद हो गए. अधिकारियों ने ये जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट्ट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. बाद में उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने बताया कि भट की जान अत्यधिक खून बह जाने के कारण गई है.
आतंकियों के खिलाफ शुरू किया था अभियान
अधिकारियों ने कहा कि गाडोले इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान मंगलवार (12 सितंबर) की शाम को शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे रोक दिया गया था. उन्होंने बताया कि बुधवार की सुबह आतंकवादियों की तलाश फिर शुरू की गई जब सूचना मिली कि उन्हें एक ठिकाने पर देखा गया है.
सरकार ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दुख जताते हुए सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ”जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान में दो सैन्य अधिकारियों और एक पुलिस अधिकारी की शहादत के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. मैं दिवंगत आत्माओं की सद्गति के लिए प्रार्थना करता हूं और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.”
उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने सुरक्षाबलों के शहीद होने पर दुख जताया. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ”जम्मू-कश्मीर से बेहद भयानक खबर सामने आई. दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग इलाके में एक मुठभेड़ में सेना के कर्नल, मेजर और जम्मू-कश्मीर पुलिस डीएसपी ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया.”
उन्होंने आगे कहा, ”आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में डीएसपी हुमायूं भट्ट, मेजर आशीष और कर्नल मनप्रीत सिंह ने अपनी जान गंवा दी. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और उनके प्रियजनों को इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करें.”
राजौरी में भी हुई मुठभेड़
जम्मू कश्मीर में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच राजौरी में भी मुठभेड़ हुई. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि राजौरी में बुधवार को ही मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने एक और आतंकवादी को मार गिराया. इससे राजौरी जिले के सुदूरवर्ती नारला गांव में तीन दिन से जारी अभियान के दौरान मारे गए आतंकवादियों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है.
जम्मू कश्मीर के राजौरी में मारा गया पाकिस्तानी आतंकी
सुदूरवर्ती नारला गांव में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में एक संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया. गोलीबारी में सेना का एक जवान और सेना की श्वान इकाई की छह वर्षीय मादा लैब्राडोर केंट भी शहीद हो गई, जबकि तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
पाकिस्तान से हो रही है घुसपैठ
सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने जम्मू शहर के बाहरी इलाके जगती में आईआईटी परिसर में ‘नॉर्थ टेक संगोष्ठी’ से इतर से कहा कि जम्मू-कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा स्थितियों में हो रही प्रगति में बाधा डालने के लिए पाकिस्तान क्षेत्र में विदेशी आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की पूरी कोशिश कर रहा है.
इस साल कितने आतंकी मारे गए?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में इस साल हुई मुठभेड़ में लगभग 26 आतंकवादी मारे गए और 10 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए. अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर आतंकवादी सीमा पार से इस ओर घुसने का प्रयास करते समय मारे गए.
रियासी जिले के चसाना इलाके के पास के गली सोहाब गांव में चार सितंबर को एक आतंकवादी मारा गया था. इसमें दो सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे.