बिलासपुर में सरकारी स्कूल के तीसरी कक्षा का छात्र उबलते खीर में गिर गया। जिससे उसका हाथ सहित शरीर का अन्य हिस्सा झुलस गया। इस घटना में शिक्षकों की लापरवाही सामने आई है। शिक्षक बच्चे को अस्पताल ले जाने के बजाय घर भेज दिया। जब परिजनों ने हंगामा किया, तब घबराए शिक्षकों ने उसका इलाज कराया। मामला तोरवा क्षेत्र के दोमुहानी स्कूल का है।
दरअसल, 16 दिसंबर को बिल्हा विकासखंड के शासकीय प्राथमिक स्कूल दोमुहानी में मध्यान्ह भोजन में बच्चों के लिए खीर बनाई गई थी। इस दौरान हेडमास्टर और टीचर बच्चों को भोजन करने के लिए क्लास रूम में बुलाने गए। इसके बाद बच्चे एक साथ मध्यान्ह भोजन लेने के लिए किचन में पहुंचे।
इस दौरान खीर की कड़ाही घेर कर बच्चे खड़े हो गए। तभी तीसरी कक्षा का छात्र आदित्य कुमार धीरज उबलते खीर में गिर गया। आनन-फानन में महिलाओं ने उसे उठाया। गिरने से छात्र का हाथ बुरी तरह से झुलस गया, जिससे वह रोने लगा। कुछ समय बाद छात्र दर्द से तड़पने लगा। शिक्षकों ने जख्मी छात्र को अस्पताल पहुंचाने के बजाय उसे घर भेज दिया।
परिजनों की आपत्ति करने पर कराया इलाज
छात्र आदित्य कुमार धीरज जब अपने घर पहुंचा, तब उसकी हालत देखकर परिजन घबरा गए। इससे नाराज होकर परिजन स्कूल पहुंचे और हंगामा करने लगे। तब स्कूल स्टाफ ने अस्पताल ले जाकर उसका इलाज कराया।
हेडमास्टर ने किसी को नहीं दी जानकारी
शासकीय प्राथमिक शाला दोमुहानी के हेडमास्टर और स्टाफ इस मामले को दबाने की कोशिश में जुटे रहे। उन्होंने पहले तो छात्र का इलाज नहीं कराया। विभाग के अधिकारियों को घटना की जानकारी नहीं दी। इस संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी रघुवीर सिंह राठौर ने कहा कि घटना के बारे में जानकारी नहीं है। यदि छात्र गर्म खीर में गिरा है तो जानकारी लेकर जांच कराई जाएगी।