पश्चिम एशिया में बढ़ती तनातनी के बीच, ईरान और इजराइल के बीच एक बार फिर से संघर्ष गहरा गया है। शनिवार सुबह ईरान की राजधानी तेहरान और आसपास के इलाकों में बड़े धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला कर कई ठिकानों को निशाना बनाया। इजरायली सेना का कहना है कि यह हमला ईरान के पिछले हमलों का जवाब है। ईरान ने चेतावनी दी है कि इजरायल को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
इजरायल काे दी गंभीर नतीजा भुगतने की चेतावनी
ईरान ने अपने एक बयान में कहा कि इजरायल का हर हमला प्रॉपोर्शनल तरीके से जवाबी कार्रवाई के लिए मजबूर करेगा। तेहरान के पास ही स्थित कई सैन्य ठिकानों पर इजरायल के हमले के बाद अब ईरानी सेना और अधिक सतर्क हो गई है। ईरानी मीडिया के मुताबिक, यह हमले ईरान के हिजबुल्लाह के नेता की हत्या के जवाब में किए गए थे। अब देखना यह है कि ईरान किस तरीके से जवाब देता है।
तेहरान में गूंजे धमाके, कई शहरों में बंद हुई उड़ानें
तेहरान में शनिवार सुबह से धमाकों की आवाज सुनाई दी, जिससे आसपास के इलाकों में डर का माहौल बन गया। ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defence System) को भी एक्टिव कर दिया गया है। ईरान के अहम शहरों में उड़ानें अस्थायी रूप से रोक दी गई हैं, और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दी गई हैं। ईरानी समाचार एजेंसी के मुताबिक, इजरायल ने तेहरान और उसके आसपास के इलाकों में हवाई हमले किए।
इजरायल ने 100 से ज्यादा फाइटर जेट्स का किया इस्तेमाल
इजराइली वायुसेना ने ईरान के कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया है जिसमें 100 से अधिक फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया गया। इजराइल की इस कार्यवाही में एफ-35 जेट्स (F-35 Fighter Jets) को भी शामिल किया गया, जो 2000 किलोमीटर दूर से लक्ष्य को नष्ट कर सकते हैं। अमेरिका ने कहा है कि उसे इस हमले की पूर्व जानकारी थी लेकिन वह इसमें शामिल नहीं है।
ईरान का परमाणु ठिकानों पर हमला से इनकार
इजराइली सेना का कहना है कि यह हमला केवल ईरान के सैन्य ठिकानों को लक्षित करके किया गया है, जिसमें परमाणु ठिकानों और तेल क्षेत्रों को निशाना नहीं बनाया गया। इससे यह साफ हो गया है कि इस बार इजराइल की प्राथमिकता केवल सैन्य प्रतिष्ठानों पर प्रहार करने की है। इजराइल की इस कार्यवाही को क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने के कदम के रूप में देखा जा रहा है।
राष्ट्रपति बाइडेन ने ली जानकारी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को इस घटना की जानकारी दे दी गई है, और वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इजराइल ने अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और सभी नागरिक उड़ानों को रोक दिया है। इजराइल का कहना है कि ईरान अगर फिर से कोई हमला करता है, तो वह उसके लिए तैयार है। अब देखने वाली बात होगी कि यह तनातनी किस ओर मोड़ लेती है।