जनता के सर पर टैक्स का बोझ बढ़ता रहा, जनता ने जिन जनप्रतिनिधि को चुनाव जीतकर अपने प्रतिनिधि के रूप में भेजा था वह सालों तक चुप्पी साधे क्यों बैठे रहे।
दुर्ग // राजस्व वसूली का काम स्पैरो साफ्टेक कंपनी द्वारा कमीशन दिया गया था । उक्त कंपनी ने राजस्व वसूली कर निगम से कमीशन के रूप में 2017 से मार्च 2023 तक 13 करोड़ से अधिक रुपये कमीशन के तौर पर लिया।
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7 सालों में स्पैरो साफ्टेक कंपनी ने 13 करोड़ से अधिक रुपए कमीशन के तौर पर हासिल कर लिए पर दुर्ग नगर निगम के लगभग 6 हजार ऐसे लोग जिन्हें कभी निगम के कर्मचारियों ने टैक्स डिमांड भेजा था उन लोगों तक डिमांड भेजने और राजस्व वसुली करने में असफल रही। जिसका खामियाजा आज दुर्ग शहर की जनता भुगत रही है निजी ठेका खत्म होने पर दुर्ग नगर निगम के कर्मचारी टैक्स डिमांड लेकर अब जनता की दरवाजे पहुंच रहे हैं डिमांड की राशि देखते ही कई परिवारों की आंखों में परेशानी की झलक साफ नजर आने लगी एक तरफ सामने त्योहारों का समय चल रहा है तो दूसरी तरफ निगम का डंडा टैक्स नहीं पटाने पर कई सुविधाएं छिन जाने का खतरा मंडरा रहा है ।
जाने अगर समय पर टैक्स पटाने डिमांड पहुंच जाता तो 7 सालों में एक साथ भारी भरकम टैक्स राशि देखते ही आम लोगों के आंखों में परेशानी की झलक नजर नहीं आती।
सिर्फ जल टैक्स (जिसमें अमृत मिशन योजना के तहत दिया गया कनेक्शन का टैक्स शामिल नहीं है) की पहले करे …..
10 हजार रुपए से अधिक रुपए का टैक्स बकाया उन लोगों की संख्या 5986 …
20 हजार रुपए से अधिक का टैक्स बकाया उन लोगों की संख्या 114 …
30 हजार रुपए से अधिक का टैक्स बकाया उन लोगों की संख्या 29 …..
40 हजार रुपए से अधिक टैक्स बकाया उन लोगों की संख्या 22 ….
50 हजार से अधिक टैक्स बकाया उन लोगों की संख्या 51….. इसमें संपत्ति कर एवं यूजर चार्ज शामिल नहीं है….
जिन्हें चिन्हांकित कर वसूली प्रकिया जोर शोर से जारी है ।
टैक्स से अधिक पैनल चार्ज...
दुर्ग शहर के कई टैक्स (कर दाताओं) से बातचीत व डिमांड देखने पर पता चला कि टैक्स से अधिक तो पैनल चार्ज ही लगे हैं कहीं-कहीं तो यह भी देखने मिला कि 720 रुपए टैक्स की राशि पर 1000 व पेनल्टी पैनल चार्ज लगाए गए हैं ।
ऐसे में सवाल लाजमी है
जनता ने जिन जनप्रतिनिधि को चुनाव जीतकर अपने प्रतिनिधि के रूप में भेजा था वह सालों तक चुप्पी साधे क्यों बैठे रहे।
अगले अंक पर….
इसके लिए दोषी कौन
किस तरह जाता था कमीशन …
चुप्पी साधे बैठे रहते थे आपके जन प्रतिनिधि
क्यों कहा स्पैरो के कर्मचारियों ने हमें भी गुजरना पड़ता था छोटे दरवाजे वाली केबिन के अंदर से…..
और भी बहुत कुछ …..25 सालों में जमा दुर्ग निगम का खजाना हुआ खाली ऐसी कौन सी आपदा आ गई चार सालों में …….
राजस्व कलेक्शन करने वाले एजेंसी स्पैरो साफ्टेक कंपनी को प्रतिवर्ष 1 करोड़ 87 लाख से अधिक रुपए की राशि का भुगतान कमीशन के तौर पर किया जाता था। लगभग 7 साल में 13 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया गया’…….
दुर्गेश गुप्ता
प्रभारी राजस्व अधिकारी नगर पालिक निगम दुर्गस्पैरो को कमीशन के तौर पर बैंक से सीधे निगम और स्पैरो के सयुक्त से कमीशन का भुगतान किया जाता था हमारे पास इसके संबंध में कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं है
रामाकांत शर्मा
लेखा अधिकारी नगर पालिक निगम दुर्ग