दिल्ली में दिवाली पर सरकार की सख्ती के बावजूद जमकर आतिशबाजी हुई और देर रात तक पटाखे जलाए गए। जिसके चलते प्रदूषण का स्तर कई गुना बढ़ गया है और अब दिल्ली की सांसे फुल रही है। आलम ये है कि सांस लेने पर जहरीला धुंआ गले में जाकर अटक रहा है।
दिल्ली में दिवाली के बाद हवा की हालत खराब हो गई है। कई जगहों पर शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया है। हर जगह-जगह धुंआ-धुंआ फैला हुआ है। लोगों का अपने घरों में भी सांस लेना मुश्किल हो गया है और सांस लेने पर दमघोंटू हवा गले में जाकर अटक रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की मानें, तो राजधानी में पिछले 24 घंटे का औसत प्रदूषण भी बढ़कर 359 पर पहुंच गया है और दिल्ली के कई इलाकों में पीएम 2.5 का स्तर तय सीमा से कई गुना ज्यादा दर्ज किया गया है। आज यानी शुक्रवार की सुबह 6 बजे नेहरू नगर, पटपड़गंज, अशोक विहार और ओखला में AQI का स्तर 350 से 400 के बीच रिकॉर्ड किया गया है।
दिल्ली के इन इलाकों में इतना है AQI
आनंद विहार -396
अलीपुर -350
अशोक विहार -384
आया नगर -352
बवाना – 388
चांदनी चौक -336
दिलशाद गार्डन -257
नॉर्थ कैंपस- 390
पंजाबी बाग -391
सोनिया विहार -392
अरबिंदो मार्ग -312
नजफगढ़-329नरेला- 288
जवाहरलाल नेहरू- 340
लोधी रोड -352
द्वारका 349
बुराड़ी क्रॉसिंग -394
आईजीआई एयरपोर्ट -375
30 गुना ज्यादा बढ़ा दिल्ली का प्रदूषण
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग की मानें, तो दिल्ली में दिवाली की आधी रात को जब कई प्रदूषण मापक स्टेशनों पर वायु प्रदूषण की जांच की गई तो यह खतरनाक स्तर से भी ऊपर देखने को मिला। हालांकि, रात करीब 1 बजे के बाद पीएम 2.5 और पीएम 10 के लेवल में गिरावट देखने को मिली। अभी भी गंभीर स्तर पर बना हुआ है।
दिल्ली के विवेक विहार में पीएम 2.5 का स्तर 1800 माइक्रोग्राम/मीटर क्यूब तक पहुंच गया था। जो तय सीमा से 30 गुना ज्यादा है। वहीं नेहरू नगर और पटपड़गंज में देर रात 1500 माइक्रोग्राम/मीटर क्यूब रिकॉर्ड किया गया। जो पीएम 2.5 के लिए मानक सीमा से लगभग 25 गुना ज्यादा है।